लॉक डाउन पर गृह मंत्रालय के दिशा निर्देश

लॉक  डाउन पर  गृह  मंत्रालय  के दिशा निर्देश                             

 कोरोना  काल   (कोरोना की ताजा जानकारी  के लिए कोरोना  काल  पर क्लिक  करे )      
कोरोना  महामारी  के कारण सम्पूर्ण देश में  लॉक डाउन  लागु  करना  भारत सरकार का एक  बहुत ही साहसिक कदम  कहाँ  जायेगा।बहुत से विकसित देशो ने जहाँ कोरोना के मामले में बहुत ही लापरवाही और अदूरदर्शिता का परिचय दिया वही भारत सरकार ने इसकी गंभीरता और देश में मौजूद अपने सीमित संसाधनों को(मेडिकल ) देखते हुए सही वक़्त  पर सही फैसला लिया ,अभी तक के नतीजों का आंकलन  करे तो भारत  विश्व  में फैली  इस महामारी से निपटने में  बहुत हद तक  कामयाब रहा  है।                                                   
   अमेरिका  की स्थिति                                                    
  विश्व  के विकसित देश अमेरिका ने लॉक डाउन में देरी की, नतीजा  विश्व की  सर्व श्रेष्ठ चिकित्सा सुविधाओं से लेस अमेरिका रोजाना अपने 2000 से ज्यादा नागरिको  की लाशे ढोने को मजबूर  है ,अमेरिका में 8 लाख  से ज्यादा नागरिक आज भी  कोरोना  से  हार जीत  के लिए संघर्ष  कर रहे  है।विश्व  का सबसे शक्तिशाली  देश  ही नहीं अपितु पूरा  यूरोप  आज इस महादानव  के सामने घुटने टेकने  पर विवश है ,आज लगभग 2  लाख  लोगो  की  मौत  पर  पूरा विश्व लाचार और बेबस तरीके से नम आँखो से देखने  को मजबूर है1                                                                                                                                                        जहाँ  दुश्मन  अद्रश्य  हो  वहाँ  छुपने  में ही समझदारी  होती  है,इसी सिद्वांत को अपनाकर  भारत  सरकार  ने   सम्पूर्ण लॉक डाउन  का साहसिक  निर्णय  लिया ,एक विकासशील देश  के लिए  ये निर्णय खासकर वैश्विक आर्थिक  मंदी के दौर  में लेना  अत्यंत  कठिन  है ,इस तरह  के निर्णय को अर्थशास्त्रीयो  की भाषा में बहुत ही ऐतिहासिक कहाँ  जायेगा, इसी  साहसिक कदम  लॉक डाउन  के कारण भारत आज कोरोना  के स्टेज 3 में जाने से बचा हुआ  है।

लॉक  डाउन पर  गृह  मंत्रालय  के दिशा निर्देश

     
    सरकार के दिशा  निर्देश   आज जब हम  कोरोना को बहुत  से क्षेत्रों में  लगभग खत्म  कर  चुके है  या उसके प्रसार  को वहा होने से रोक चुके है। तो भारत सरकार ( गृह  मंत्रालय) ने देश को वापिस पटरी पर लाने  के लिए  कल उन क्षेत्रों  के लिए  नए दिशा  निर्देश  जारी किये है  जिनमे  कोरोना से जंग में  अभी तक  हम सफल  रहे है , भारत सरकार  ने  देश में  कोरोना की मौजूदगी  के हिसाब  से  क्षेत्रों  को 3  भागो में  विभाजित  किया हुआ है।  रेड जोन 2 ऑरेंज जोन  3 . ग्रीन  जोन।  नए दिशा निर्देशों के अनुसार  रेड जोन ( हॉट स्पॉट ,/कंटेनमेंट  एरिया) को तो बिल्कुल बंद रखा जाएगा। बांकी उन  क्षेत्रों में छुट  दी  गयी है ,जो नगर पालिका  या नगर निगम  क्षेत्र में नहीं आते  अथार्त  रेड जोन  वाले ग्रामीण  क्षेत्र  को छोड़ ग्रामीण क्षेत्र में ये  छूट लागु की गयी है    इन  क्षेत्रों  की स्थिति पर लगातार नजर रखी जाएगी  व कोरोना  का एक भी  केस  आने की स्थिति  में इस  छूट को तत्काल  प्रभाव से हटा लिया जाएगा ऐसे दिशा निर्देश भी  गृह  मंत्रालय पहले  की एडवायजरी  में  जारी  कर  चुकी  है ।  लेकिन  इसमें  मॉल आदि को छूट नहीं होगी। छुट  वाले क्षेत्रों  में सोश्यल  डिस्टेंसिंग ,मास्क लगाना ,व  50 % स्टाफ का नियम लागु रहेगा।                                                                                   रमज़ान  की छूट या लॉक डाउन  हटाने का  पहला  कदम-  बहुत से मित्र कह रहे है की तुष्टिकरण  अथार्त   मुस्लिम त्यौहार रमजान के कारण  ये छूट दी गयी है ,ये बिल्कुल  निराधार  बात है ,ये देश से लोक डाउन  हटा देश को वापस विकास  की  पटरी  पर  लाने  का  पहला  कदम  है, आने वाले दिनों  में कोरोना  की  स्थिति  अनुसार नगर  पालिका  क्षेत्रों  में इसे लागु किया जाएगा , ये कई  चरणों की प्रकिर्या  का एक  हिस्सा  है ,इसी किसी भी धर्म  या राजनीति  से जोड़ना  गलत है। रमजान ने  अभी  जिन चीजों  की आवश्यकता होती  है अथार्त  किरयाणा ,फल  सब्जी आदि की दुकाने  तो पहले से खुली हुई है  ये दुकाने ही नवरात्रो में भी खुली हुई थी। अतः  सरकार  पर  तुष्टीकरण  के आरोप लगाने की वजाय  स्थिति  को समझना आवश्यक है. एकजुटता से इस महामारी को जड़ से खत्म करने के लिए ,अपने लिए ,अपनों के लिए तथा समाज और देश के लिए जहाँ  तक हो सके घर पर रहे। जब भी बाहर जाये मास्क और सोश्यल डिस्टेंसिग के नियमो का पालन करे.  सजग  रहे सुरक्षित  रहे।

                                                                             

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