अगरआप UPI विधि से गुगल पे,फ़ोन पे और पेटीएम जैसे मोबाइल पेमेंट (MOBILE PAYMENT APP)ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं तो 3 जरुरी बाते जो आपकी जानकारी में होनी चाहिए।

UPI -यूनीफ़ाइड पेमेंट्स इंटरफ़ेस (यूपीआई), एक ऐसी तकनीक है जो दुसरे व्यक्ति के खाते की जानकारियों के बिना भी किसी को भी पैसे ट्रांसफ़र करने की सुविधा मुहैया कराती है. बस इसके लिए आपको,पैसे पाने वाले का फ़ोन नंबर पता होना चाहिए.

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UPI विधि के लिए मोबाइल पेमेंट ऐप्स

आज अधिकांश UPI लेनदेन गूगल पे ( Google Pay ),पेटीएम, ( Paytm ), फ़ोनपे (Phone pay ), जैसी थर्ड पार्टी कंपनियों के ऐप के मार्फ़त से किया जाता है इनके अलावा भी कई ऐप हैं जो ये सुविधा देते हैं.

लेकिन इन ऐप्स से पैसे भेजना जितना सरल है, उतना ही सरल है ज़रा-सी चूक होने पर अपने पैसो से हाथ धो बैठना।

आज इस तरह की सेवा देने वाले कई नए ऐप भी बाज़ार में तेज़ी से आ रहे हैं.ऐसी स्थिति में आपके लिए ये जानना बेहद जरुरी है की आपके लिए कौनसा APP सुरक्षित है। क्योकी आज के डिजिटल युग में ठगी के लिए थर्ड पार्टी ऐप ऑनलाइन फ्रॉड करने वालों के निशाने पर होते हैं.

UPI मोबाइल पेमेंट ऐप्स (MOBILE PAYMENT APP ) के बारे में निम्न बातो पर गौर कर आप ऑनलाइन फ्रॉड से बच सकते है

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UPI APP डाउनलोड करने से पहले प्ले स्टोर/ ऐप स्टोर पर इस ऐप की रेटिंग और रिव्यू पर आपको गौर जरूर करना चाहिए ,क्योंकी जिन लोगो ने इसे प्रयोग किया है वो इसके विषय में क्या सोचते है ,इससे आपको इसकी गुणवत्ता का अनुमान हो जाता है।

ऐप को इस्तेमाल करने के लिए लॉग-इन करने की ज़रूरत है है या नहीं और लॉग-इन के नियम कितने सुरक्षित हैं

इसमें पासवर्ड बनाने की सुविधा किस स्थिति में है।

फ़ोन को चालु करते समय पासवर्ड देने के बाद भी ऐप के इस्तेमाल पर भी पासवर्ड डालना होता है कि नहीं?

ऐप के मार्फ़त पैसो के लेनदेन पर नोटिफ़िकेशन आता है या नहीं

पैसो के लेनदेन पर ये आप से मंज़ूरी मांगता है या नहीं और क्या एक बार ग़लती होने पर उसे सुधारने का प्रावधान एप में मौजूद है।

ऐप को मोबाइल में डाउनलोड करने से पहले आपसे कौन-कौन से विषय में स्वीकृति की मांग की जाती है.

सबसे महत्वपुर्ण ऐप परमिशन में कहीं ऐसा प्रावधान तो नहीं कि डाटा को किसी थर्ड पार्टी कंपनी को भेजा जा सकता हो

आप इन सारे सवालों के जवाब के आधार पर ये तय कर सकते हैं कि कौन सा ऐप बाज़ार में सबसे ज्यादा सुरक्षित है.

UPI से सुरक्षित पेमेंट कर सकते हैं, बशर्ते मोबाइल में –

मल्टी फ़ैक्टर ऑथंटिकेशन (MFA):साधारणतया मोबाइल यूज़र नेम या पासवर्ड से ही संचालित होता है लेकिन अगर आप मल्टी फ़ैक्टर ऑथंटिकेशन (MFA) सक्रिय करते हैं तो केवल यूज़र नेम या पासवर्ड देने की बजाय, यह मोबाइल या मेल पर ओटीपी भेजता है. जब सही ओटीपी डाला जायेगा तभी ऐप जानकारियां दिखाएगा. इसलिए इसे ज़रूर चालु करें.

नोटिफ़िकेशन ज़रूर ऑन करेः  खाते में जमा या निकासी के समय आने वाले नोटिफ़िकेशन को ऑन जरूर रखे, कभी भी खाते से अगर बिन बताए पैसे निकाले जाते है तो इसकी जानकारी तुरंत आपको मिल जाएगी. ऐसी स्थिति में कोई ग़लत ट्रांज़ैक्शन होने पर आप तुरंत ज़रूरी कार्रवाई कर सकते हैं.

नोटः मोबाइल नोटिफ़िकेशन के साथ-साथ एसएमएस/इमेल को भी जोड़ा जा सकता है. बस आप बैंक बैलेंस बताने वाले एसएमएस को पढ़कर कुछ दिन बाद डिलीट करते रहे क्योंकी अगर आपका फ़ोन चोरी हो जाता है तो इस स्थिति में आपके खाते की जानकारी दूसरों को जाने की संभावना रहती है.

मोबाइल ऐप अपडेट्सः जब ऐप इंस्टाल किया जाता है तो यह अपडेट होता है. ऐसा ख़ासतौर पर सुरक्षा उपाय को और ज्यादा पुख़्ता करने के लिए होता है. तो इन्हें बिना देर किए MOBILE PAYMENT APPS अपडेट करते रहना चाहिए.

आप फ़ोन को ऑटोमेटिकली सेट करके भी अपडेट कर सकते है.

ऑटोमेटिकलीअपडेट करने के लिए एन्ड्रॉएड फ़ोन के लिए फ़ोन की सेटिंग पर जाएं, यहां गूगल प्ले स्टोर ऐप में ‘ऑटो अपडेट ऐप’ को चालु कर दें.

इसी तरह आईफ़ोन के लिए सेटिंग पर जाएं, यहां ‘आईट्यून्स एंड ऐप स्टोर’ पर जाएं और फिर ‘ऐप अपडेट्स’ क्लिक करें.

पैसे भेजने से पहले पुरी तरह से जांच कर ले : भुगतान करने के अनेक तरीक़े हैं-

जैसे फ़ोन नंबर से,यूपीआई (UPI ) आईडी से ,क्यूआर कोड को स्कैन करके या किसी लिंक से भुगतान . आपको इन जानकारियों को दो बार चेक करना चाहिए, नहीं तो भुगतान ग़लती से किसी और को हो सकता है या फिर आप धांधली का शिकार हो सकते हैं.

अगर आप पहली बार किसी को पैसे भेज रहे हैं तो आप पहले सबसे छोटी राशि भेजें, अगर सही व्यक्ति को पैसा पहुंचा तब कुल राशि भेजें.

मोबाइल पेमेंट को नकदी की तरह ही लेना चाहिएः अगर हम ग़लती से किसी अनजान को नकद रुपया दे देते हैं तो उससे वो रुपया वापस लेना मुश्किल हो जाता है जब तक कि वो खुद वापस न करे.मोबाइल से भुगतान के मामले में भी ऐसा ही होता है. गलती से गया हुआ पैसा वापस नहीं मिलता.

अगर ये डिज़िटल पेमेंट है आप उसे ट्रैक भी कर सकते है . लेकिन अनजान से पैसा वापस लेने ने बड़ी कठिनाई होती है। इसलिए आपको लेनदेन करते समय दोहरी सावधानी बरतने की ज़रूरत है. जल्दबाजी में भुगतान ना करे।

फ़ोन इस्तेमाल करते समय ध्यान रहे

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अगर आपके फ़ोन में (MOBILE PAYMENT APP ) पेमेंट ऐप डाउनलोड है तो आपको उस फ़ोन को उसी तरह सुरक्षित रखना चाहिए जिस तरह आप पैसो से भरे बटुए को रखते है. इसलिए आपको इसके लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की ज़रूरत है.ये सावधानियां इस प्रकार हैं-

आपके फ़ोन में पासवर्ड या पासकोड ज़रूर होना चाहिए.

आपके फ़ोन में ऐसी सेटिंग होनी चाहिए जिसमें तीन बार ग़लत पासवर्ड डालने पर वो अपने आप लॉक हो जाए. अगर किसीगलत हाथ में भी ये फ़ोन पड़ जाए तब भी और जानकारी उसे नहीं मिलनी चाहिए.

मोबाइल ऐप का पेमेंट पासवर्ड सुरक्षित और दमदार होना चाहिए.

आप अगर एक से ज्यादा पेमेंट ऐप का इस्तेमाल करते हैं तो सभी के लिए एक ही प्रकार का पासवर्ड इस्तेमाल ना करें. हर ऐप के लिए अलग पासवर्ड चुनें. इससे अगर एक ऐप का पासवर्ड लीक होता है, तो बाकी सुरक्षित रहेंगे.

अगर आपके फ़ोन में पेमेंट ऐप मौजूद है तो गेमिंग या लॉटरी ऐप इंस्टाल करने से पहले ज्यादा सावधानी बरते . क्योंकी किसी फर्ज़ी ऐप के ज़रिए कोई मैलवेयर आपके मोबाइल में आ सकता है और वो पेमेंट ऐप के जरिये आपको भारी चपत लगा सकता है.

फ़ोन खो जाए तो ये सावधानियां बरतें

पेमेंट ऐप वाले मोबाइल फ़ोन में ट्रैकिंग को ज़रूर ऑन रखना चाहिए।आजकल सभी कंपनियां फ़ोन का लोकेशन जानने की सुविधा प्रदान करती हैं.

आपके फ़ोन में अगर “रिमोट डाटा इरेज़” फ़ीचर ऑन होता है तो फ़ोन खोने की स्थिति में जैसे ही यह इंटरनेट के संपर्क में आता है सभी डाटा अपने आप समाप्त हो जाता है .ऐसी स्थिति में कोई दूसरा व्यक्ति पेमेंट ऐप का प्रयोग नहीं कर सकता है।

अगर आपका फ़ोन खो गया है तो सबसे पहले अपने खाते का पासवर्ड तुरंत बदल दें. और जितनी जल्दी हो बैंक को इसकी सुचना देवे और पुलिस ठाणे में इसकी शिकायत जरूर दर्ज करवाए।

बदलते वक़्त के साथ टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी जरुरी है ,लेकिन इसके लिए सावधानी भी उतनी ही जरुरी है।

https://eci.gov.in/ ELECTION COMMISSION OF INDIA

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