क्या राहुल गांधी तय करेंगे कि देश कैसे चलेगा ?राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से चंदा मिलने के आरोपों के साथ बीजेपी का कांग्रेस पर तीखा हमला .
लेकिन चीन के साथ सीमा विवाद में प्रवक्ताओ से ज्यादा राहुल गाँधी स्वयं बार बार सरकार के साथ साथ मोदी जी पर सवाल दाग रहे है और उन्हें असफल घोषित करने की कोशिश कर रहे है ,वो इस मौके पर कुछ ज्यादा ही उत्साह से बयानबाजी कर रहे है.
बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा (j p Nadda)का कांग्रेस पर हमला –
आज बीजेपी( bjp)ने भी मोर्चा खोलते हुए कांग्रेस से राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से मिले धन पर जवाब माँगा , कांग्रेस पर बीजेपी अध्यक्ष ने आरोप लगाए है की रकम पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना और चीनी दूतावास से मुहैया करायी गयी।राजीव गांधी फाउंडेशन की चेयरपर्सन सोनिया गांधी हैं,और कई कांग्रेस नेता इससे जुड़े हुए हैं। इस फाउंडेशन को लगभग एक दशक पहले पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना और चीन ने इतनी मोटी रकम क्यों दी। उन्होंने कहा कि देश जानना चाहता है कि फाउंडेशन को इतना पैसा किस उद्देश्य से दिया गया।उन्होंने कहा कि चीन और कांग्रेस के बीच गुपचुप रिश्ता भी है।
साल 2017 अगस्त माह में जब चीन और भारत आमने सामने आ गए थे तब राहुल गांधी चीन के राजदूत के साथ गुपचुप मुलाकात कर रहे थे और आज राजनीती करते हुए चाइना के खिलाफ ऐसे खड़े हैं जैसे इनसे बराबर कोई देश प्रहरी ही ना हो उन्होंने गाँधी परिवार की नीयत और नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि उसकी ही गलती के कारण 43 हजार वर्ग किलोमीटर भूमि चली गई है.
उन्होंने आगे कहां की जब गलवान घाटी को लेकर सभी राजनीतिक दल केंद्र की मोदी सरकार को कह रहे है मोदी जी देश के लिए हम सब एक साथ खड़े हैं, आप आगे बढ़ों हम सभी साथ हैं वहीं पर एक परिवार ही सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है। जनता के द्वारा वर्तमान में नकारे गए नेता को संपूर्ण विपक्ष नहीं माना जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar prasad) का कांग्रेस पर तीखा हमला –
दूसरे छोर पर तीखा हमला केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुरू करते हुए कहा की 2008 में कांग्रेस ने चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी के साथ एक (सहमति ज्ञापन) MoU साइन किया था। जिसमें राहुल गांधी ने खुद साइन किये थे, तथा चीन के दूतावास ने उस समय राजीव गांधी (Rajiv Gandhi Foundation) फाउंडेशन को 90 लाख रुपये की रिश्वत दी थी। जबकी एक कानून है, जिसके तहत कोई भी पार्टी बिना सरकार की अनुमति के विदेश से पैसा नहीं ले सकती है, तो क्या सरकार से मंजूरी ली गई थी ,
इसके साथ ही उन्होंने राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए डोनर की 2005-06 की सूची का भी जिक्र करते हुए कहां की इसमें साफ है कि चीन के दूतावास ने चन्दा लिया गया ,इसमें कई उद्योगपतियों, पीएसयू के भी नाम है। क्या ये काफी नहीं था कि चीनी दूतावास से भी रिश्वत ली गई,ऐसा क्यों हुआ,और इसकी क्या जरूरत पड़ी।
केंद्रीय कानून मंत्री ने एक अखबार से बात करते हुए कहा है की देश प्रधानमंत्री जी ने सभी देशवासीयो और दलों को देश की सुरक्षा के प्रति आस्वस्त किया है ,लेकिन सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी आस्वस्त नहीं होना चाहते है ,कोई भी दल इस विषय पर उनके साथ नहीं खड़ा है ,उनकी तो आदत है सवाल खड़े करना चाहे सर्जिकल स्ट्राइक हो चाहे बालाकोट। उन्होंने आगे कहां की मैं पूछना चाहता हूं कि क्या राहुल गांधी Rahul Gandhi) तय करेंगे कि देश कैसे चलेगा .
जब से गलवान घाटी में तनाव बड़ा है तबसे राहुल और सोनिया गाँधी सरकार पर हमलावर है , इसी क्रम में आज बीजेपी ने पलटवार करते हुए राजीव गाँधी फाउंडेशन और चीन के बीच के सम्बन्धो को उठाया है और तीखे सवालों के जवाब मांगे है .