लद्दाख में भारतीय कार्यवाही की अमेरिका ने की जमकर तारीफ,अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन के लिए कहां-दुनिया को अब इस तरह की शैतानी करते रहने की अनुमति नहीं देनी चाहिए.

अमेरिकी विदेश मंत्री

गलवान घाटी में भारत और चीन की सेना के बीच हुए संघर्ष के वक़्त अमेरिका की नपी तुली प्रतिक्रिया आयी थी , लेकिन अब अमेरिका ने चीन के विरुद्ध सरल और स्पष्ट भाषा में खुलकर बोलते हुए इस संघर्ष के लिए चीन की आलोचना की है व इस परिस्थिति से निपटने में भारत के प्रयासों की जमकर तारीफ़ की है.

 अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो (Mike Pompeo) ने  कहां की चीन का कोई भी पड़ोसी देश ऐसा नहीं है जिसके साथ उसका सीमा विवाद न हो। हाल में ही चीन ने भूटान के साथ भी अपने सीमा विवाद का जिक्र किया है। 

 अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहां की हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं से लेकर समुद्र में वियतनाम के सेनकाकू द्वीपों तक चीन का सीमा विवाद है। चीन के पास क्षेत्रीय विवादों को भड़काने का एक पैटर्न है। दुनिया को अब इस तरह की शैतानी करते रहने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।

 अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पियो ने कहा कि चीन का कोई पड़ोसी देश ऐसा नहीं है जो यह कह सकता हो  कि वो जानते हैं कि उसकी संप्रभुता कहां तक है और चीनी उसकी संप्रभुता का सम्मान करता है।भूटान के लोगों के लिए यह निश्चित रूप से सच है। 

20 दिनों में ही भारत के सख्त एक्शन का असर दिखने लगा-चीन ने भारत की ताकत को आंकने में गलती कर दी। 20दिन 20बातें जो आपको जाननी चाहिए.👈 जानने के लिये क्लिक करे 

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की इस विस्तार वादी सोच को जवाब देने के लिए दुनिया को एक साथ आना चाहिए। पोम्पियो ने कहा, ‘चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के इस बढ़ते विस्तारवादी प्रयासों को राष्ट्रपति ट्रंप ने गंभीरता से लिया है।

 उन्होंने कहा, ‘दुनिया पर कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव शी जिनपिंग का प्रभाव स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए बहुत अच्छा नहीं है,चीन की करतूतों को लेकर उन्होंने पूरे विश्वास के साथ कहा कि दुनिया ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के असली रंग देखे हैं और मैं पहले से कहीं ज्यादा आश्वस्त हूं कि दुनिया के लोग इस खतरे को समझेंगे।

लद्दाख क्षेत्र में भारत-चीन सीमा विवाद पर पोम्पियो ने कहा है की मैंने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस बारे में बात की है ,चीन ने बिना किसी उकसावे के आक्रामक कार्रवाई की और भारत ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया 

चीन में प्रजातंत्र का अभाव है-
अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पियो ने कोरोना वायरस को लेकर भी चीन पर तीखा हमला बोलै उन्होंने कहां की चीन में प्रजातंत्र का अभाव है,चीन अपने लोगो को खुलकर भावनाएं व्यक्त करने की अनुमति देने से डरता है,चीन की क्म्युनिस्ट पार्टी की विश्वसनीयता घटी है।चीन ने दुनिया से कोरोना वायरस की सच्चाई को छुपाया है। इस कराण दुनियाभर में अबतक लाखों लोग मर चुके हैं।

कोरोना और पड़ौसी देशो के साथ सीमा विवाद को लेकर चीन को संसार भर में आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है, अब प्रत्येक देश चीन को सबक सीखाने की सोच के साथ आगे बढ़ रहा है ,बहुत से देशो ने चीन का आर्थिक बहिष्कार करना शुरू कर दिया है,चीन के बड़बोले अखबार के सुर पिछले 2-3 दिनों से बदले बदले नजर आ रहे है। अमेरिकी विदेश मंत्री की सख्त भाषा से लग रहा है की अब कोई भी चीन को बख्सने के मुंड में नहीं है।






Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *