दिल्ली में वर्ल्ड क्लास चिकित्सा सुविधाओं की पोल खोलता कोरोना काल,रेलवे का पहला आइसोलेशन कोच दिल्ली में तैनात


वर्ल्ड क्लास स्वास्थ्य सेवाओं का दम भरने वाली सरकारों की कोरोना ने पोल खोल कर रख दी है,भारत  में स्वास्थ्य सेवाओ की स्थिति आजादी के बाद से ही राम भरोसे रही है,विगत कुछ वर्षो में इस क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया भी गया है लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है .

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दिल्ली में केजरीवाल सरकार हमेशा स्वास्थ्य सेवाओं के क्रांतिकारी बदलाओ का दावा करती रहती है,अब कोरोना काल में इन क्रांतिकारी बदलाओ की हवा निकलती दिख रही है,क्योकी दिल्ली में कोरोना का ग्राफ बहुत तेज गति से चलने लगा है,इसी के बीच केजरीवाल सरकार पर आकड़ों को छुपाने और गलत आकड़े देने के आरोप लग रहे है,दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने थोड़े दिन पहले एक ट्वीट कर केजरीवाल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है ,

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन का ट्वीट-

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन ने ट्वीट करते हुए कहा है ‘कल रात तक दिल्ली में 1036 का दाह संस्कार कोविड प्रोटोकॉल से हुआ है। परंतु मृत्यु का सरकारी आंकड़ा 392 है।


 असलियत- निगम बोध-439, पंजाबी बाग-389,आईटीओ-164, मंगोल पुरी-22, बुलंद मस्जिद-22। देर रात को- ताकि कोई अखबार न छाप सके। चुपके-चुपके जो जानकारी AAP दे रही, वो भी आधी-अधूरी है।’


माकन ने अपने ट्वीट में कोरोना पर दिल्ली सीएमओ की ओर से जारी 29 मई का हेल्थ बुलेटिन भी शेयर किया है। जिसमे  बताया गया है कि दिल्ली में कोरोना के अब तक 17 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, ऐक्टिव केस की संख्या 9,142 है। दरअसल दिल्ली में कोरोना वायरस के मृतकों की सूची में 82 नए नाम जोड़े गए थे। इनमें से मौत के 69 ऐसे मामले हैं जिसे इस सूची में देर से जोड़ा गया। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को 13 लोगों की मौत हुई है जबकि पिछले 34 दिन में बाकी 69 मौतें हुई हैं और इस सूची में इस संख्या को देर से शामिल किया गया है।

दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अनिल कुमार ने भी कहा है की यह हैरान करने वाली बात है कि संक्रमण के मामले में दिल्ली देश में तीसरे स्थान पर पहुंच गई है। संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर केजरीवाल सरकार पर निशाना साधाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा,’महामारी से निपटने के लिए केजरीवाल सरकार के पास कोई कारगर रणनीति ही नहीं है।’

आज की स्थिति 

दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को जारी बुलेटिन में कहा कि संक्रमण के 20834 मामले हो चुके हैं । विभाग के मुताबिक मृतकों की संख्या 523 हो गयी। 

6238 मरीज पृथक-वास में हैं जबकि 2748 लोग एलएनजेपी अस्पताल, आरएमएल अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल तथा एम्स, झज्जर जैसे अस्पतालों में भर्ती हैं।
 भर्ती किए गए कुल मरीजों में 219 आईसीयू में हैं और 42 वेंटिलेटर पर हैं। सरकार ने अब तक 2,17,537 जांच की है । दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या 124 हो गयी है। 




राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले हर रोज रेकॉर्ड स्तर से बढ़ते जा रहे हैं। अब नौबत ये आ गई है कि दिल्ली सरकार को कोविड-19 के बढ़ते मामले को देखते हुए अब रेलवे के आइसोलेशन कोच तैनात करना पड़ गया है। रेलवे आइसोलेशन कोच से दिल्ली को तुरंत 160 बेड का कोविड अस्पताल मिल गया है।रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार दिल्ली सरकार को सौंपी गई कोविड-19 स्पेशल ट्रेन में कुल 10 कोच हैं। इस ट्रेन में करीब 160 कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था की गई है। 

रेलवे के दिल्ली डिवीजन की तरफ से दिल्ली सरकार को पत्र लिख कर बताया गया है कि आइसोलेशन कोच में पानी,बिजली,चादर,आक्सीजन सिलेंडर आदि की व्यवस्था रेलवे की तरफ से होगा। साथ ही वहां सुरक्षा के लिए सुरक्षा बलों को भी तैनात कर दिया गया है।

 इसके अलावा शकूरबस्ती वाशिंग लाइन में कुछ कमरे भी दिल्ली सरकार को दिए जाएंगे ताकि वहां मरीजों की देखभाल से संबंधित कार्य के लिए तैयारी हो सके। कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज व क्वारंटीन से संबंधित सभी इंतजाम किए गए हैं। स्वास्थ्यकर्मियों के लिए भी एक वातानुकूलित कोच को तैनात किया गया है। दिल्ली में हर रोज एक हजार से ज्यादा कोरोना मरीज आने के कारण अस्पतालों में बेड कम पड़ गए हैं।

रेलवे ने 5,231 डिब्बों को आइसोलेशन के लिए तैयार किया है, उनमें से 100 डिब्बों पर नए रंग चढ़ाए जा रहे हैं, ताकि जून-जुलाई की गर्मी में भी उसके अंदर रहने वालों को कम गर्मी का अहसास ना हो।

दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने सभी जिलाधिकारियों से ऐसी जगहों की पहचान करने को कहा है जहां कोरोना मरीजों के लिए अतिरिक्त बेड लगाए जा सकें। हॉल इंडोर स्टेडियम आदि का प्राथमिकता देने को कहा गया है।
दिल्ली में कोरोना वायरस से लगातार मौतें हो रही हैं, इसके कारण अब प्रशासन को अंतिम संस्कार के लिए जगह की भी चिंता सताने लगी है। दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने रेजिडेंशल इलाकों से अलग अंतिम संस्कार के लिए जमीन भी पता लगाने को कहा है।
स्पष्ट है की आने वाला वक़्त सरकार के लिए और भी संकट पैदा करने वाला है ,इस लिए सरकार ने अब होम आइसोलेशन के लिए एडवॉयजरी जारी की है,जिसमे कहाँ गया है की 80% मामले घर पर भी ठीक हो सकते है। 

सरकारों की अपनी एक सीमा होती है , इस काल में सरकार से ज्यादा जनता को अपनी जिम्मेदारी  निभानी होगी, “बचाव ही उपचार ” है के सिध्दांत पर चल इस काल में सरकार का सहयोग करे। 














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