8 पुलिस वालो के हत्याकांड की कहानी,50 हजार के इनामी बदमाश और विकास दुबे के सहयोगी शशिकांत उर्फ सोनू पांडेय की जुबानी.

8 पुलिस वालो का हत्यारा विकास दुबे जो खुद अपने कर्मो की सजा पा चुका है.
केस में अब सच्चाई की परते  खुल रही है तो विकास दुबे की हैवानीयत पुरी दुनिया के सामने आ रही है.

विकास  दुबे और शशि कांत पांडे 
पुलिस ने विकास दुबे के खास सहयोगी और पड़ौसी 5 हजार के इनामी शशिकांत उर्फ सोनू पांडेय को गिरफ्तार किया है और उसकी निशानदेही पर वारदात में लूटी गई इंसास व एके 47 रायफल और कारतूस बरामद किए
सोनू पांडेय के घर में घेरकर देवेंद्र मिश्रा और 2 अन्य पुलिस वालो को बड़ी बेरहमी से मारा गया था. 
पुलिस द्वारा की गयी पूछताछ में शशिकांत ने घटना वाली रात की पुरी कहानी का वर्णन किया है.
 उसने बताया कि हमले वाली रात कौन कौन किस किस छत पर था। विकास दुबे ने अपनी दोनों छतों पर हथियारों से लैस लोगों को लगा रखा था।एक छत पर विकास दुबे खुद, अमर दुबे, अतुल दुबे, दयाशंकर हथियारों के साथ तैयार थे.
 दूसरी छत पर से राम सिंह, अखिलेश मिश्रा, बिपुल दुबे और दो अन्य लोग तैनात थे।
 शशिकांत के घर की छत पर उसके पिता प्रेम प्रकाश, गोपाल, हीरू, वह खुद और दो अन्य लोग गोलियां चला रहे थे।
 मुठभेड़ में मारे गए प्रभात मिश्रा घर की छत पर उसके पिता राजेंद्र मिश्रा, प्रभात मिश्रा, शिवम, बाल गोविंद और एक अन्य व्यक्ति हथियारों के साथ थे।
विकास,अमर और प्रभात ने खोज-खोजकर मारा 
शशिकांत ने पुलिस को बताया की जब विकास के घर के बाहर पुलिस घिर गई तो विकास दुबे, अमर और प्रभात छतों से नीचे उतरे। इन तीनों की आवाज रात के अंधेरे में उसने पहचानी थी। विकास कह रहा था कि आज कोई बचकर न जाने पाए। छतों से नीचे उतरे तीनों ने घेरकर पुलिस पर हमला किया।शौचालय में छिप गए सिपाही पर गोलियां दागीं। पुलिस से घिरे सीओ जब उसके घर में कूदे तो विकास ने अपने गुर्गों के साथ छत से गोलियां चलाईं।
प्रभात के घर से चली थी पहली गोली-
शशिकांत के अनुसार पहली गोली प्रभात के घर से पुलिस पर चली थी। जेसीबी से रास्ता रोके जाने के कारण पुलिस की गाड़ियां पहले ही खड़ी हो गई थी।पुलिस टीम जेसीबी क्रॉस कर आगे बढ़ रही थी। किसी ने विकास को आवाज लगाई। इतने में ही प्रभात की छत से फायरिंग शुरू हो गयी। इसके बाद चारों ओर से सब लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया।पुलिस जब चारों ओर से घिर गई तो दरोगा,सिपाही भागने लगे। पुलिस ने भी बचाव में फायरिंग की लेकिन विकास के साथी छत पर थे इसके कारण सुरक्षित थे।
शशिकांत की माने तो विकास ने पहले से ही इस बात की तैयारी कर ली थी कि कोई बचकर नहीं जाएगा, विकास दुबे ने शशिकांत के पिता प्रेम प्रकाश को फोन कर कहां था की मामा तैयार रहना आज पुलिस वालों की लाशे गिरानी है।पुलिस पर हमले का नेतृत्व कर रहा विकास अंजाम से पूरी तरह बेखौफ था
प्रेमप्रकाश लेकर आया था जेसीबी-
शशिकांत ने पुलिस को बताया कि जेसीबी गांव के बाहर खड़ी थी।उसके पिता प्रेमप्रकाश जेसीबी चलवाकर लाए थे और अपने दरवाजे पर लगाकर रास्ता रोक दिया था। 
विकास दुबे केस में अब 2 आडियो वायरल हुए है- 
शशिकांत की पत्नी
जो विकास दुबे के पड़ौसी और इस केस में 50 हजार का इनामी बदमाश शशिकांत उर्फ सोनू पांडेय की पत्नी के है,जो बिल्कुल स्पष्ट करते है की घटना को कितनी क्रूरता से अंजाम दिया गया है –
शशिकांत की पत्नी -भाभी, बाहर दो आदमी मरे पड़े हैं मेरे दरवाजे पर, आंगन में एक आदमी मरा पड़ा है मेरे दरवाजे पर। ये सब लोग भाग गए हैं, क्या कहेंगे जब पुलिस आएगी। 
दूसरी तरफ से – वे लोग हैँ कौन 
शशिकांत की पत्नी – भाभी वो सब पुलिस वाले हैं, विकास भैया ने मारा है। इन सब लोगों ने मारा है। पुलिस वाले है । ………………………….
 

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